तीस साल तक स्कूल में फर्जी दस्तावेज पर थी टीचर की नौकरी, रिटायर होने पर खुलासा

परिषदीय स्कूल में 30 सालों से नौकरी कर रहा शिक्षक नटवरलाल निकला। सेवानिवृत्त होने से पहले शैक्षिक अभिलेख फर्जी होने का खुलासा हुआ तो जांच कराई गई। जांच में उसके शैक्षिक अभिलेख फर्जी पाए गए। अभिलेख फर्जी मिलने पर शनिवार को खंड शिक्षाधिकारी बेवर ने शिक्षक के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर के आधार पर बेवर पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिक्षक जांच शुरू होने की भनक पाने के बाद से ही फरार हो गया।

शनिवार को खंड शिक्षाधिकारी बेवर अनुपम शुक्ला ने बेवर पुलिस को तहरीर देकर जानकारी दी कि परिषदीय स्कूल मानपुर विकू में रामप्रकाश दुबे पुत्र पुत्तूलाल निवासी जगतपुर थाना एलाऊ प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात था। उसके शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी होने की शिकायत की गई थी। शैक्षिक अभिलेखों की जांच शुरू कराई गई।

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्री लगाकर रामप्रकाश ने नौकरी हासिल की थी। विश्वविद्यालय से इस डिग्री का सत्यापन कराया गया तो डिग्री से जुड़े प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के रोल नंबर गड़बड़ पाए गए। रामप्रकाश के नाम ये डिग्री न होने की रिपोर्ट विश्वविद्यालय की ओर से दी गई। अभिलेख फर्जी होने पर बीएसए के निर्देश पर शिक्षक के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।

मैनपुरी बीएसए विजय प्रताप सिंह के अनुसार मामले की शिकायत पर जांच कराई गई तो रामप्रकाश के संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के अभिलेख फर्जी पाए गए। मुकदमा दर्ज कराया गया है। वेतन की रिकवरी कराने की कार्रवाई भी कराई जाएगी।

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